मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki) ने अपनी लोकप्रिय कारों ऑल्टो K10 (Alto K10) और S-Presso में लेटेस्ट सुरक्षा उपायों को शामिल करके एक बड़ा कदम उठाया है. ये नए मॉडल अब और भी अधिक सुरक्षित और विश्वसनीय होंगे क्योंकि कंपनी ने इनमें इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी प्रोग्राम (Electronic Stability Program) यानी ESP और अन्य एडवांस तकनीकी सुविधाएं जोड़ी हैं. इस कदम से मारुति सुजुकी ने दिखाया है कि वे ग्राहकों की सुरक्षा को प्राथमिकता दे रहे हैं.
सेफ्टी उपकरणों का विस्तार (Enhanced Safety)
अब तक ऑल्टो K10 और S-Presso हालांकि संक्षिप्त रूप में फीचर्स से लैस थे लेकिन मारुति सुजुकी ने इन हैचबैक कारों में नए फीचर्स के रूप में डुअल फ्रंट एयरबैग्स, ABS (Anti-lock Braking System) with EBD (Electronic Brakeforce Distribution), रिवर्स पार्किंग सेंसर्स, कोलेप्सिबल स्टीयरिंग कॉलम और इंजन इमोबिलाइजर की सुविधाएं जोड़ी हैं. AMT (Automated Manual Transmission) वेरिएंट में ये फीचर्स अब हिल होल्ड असिस्ट के साथ और भी मज़बूत हो गए हैं.
नए फीचर्स की कीमत पर प्रभाव (Cost Effect)
मारुति सुजुकी ने इन नवीन सुविधाओं को जोड़ने के बावजूद कीमतों में कोई बढ़ोतरी नहीं की है जो कि ग्राहकों के लिए एक सकारात्मक संकेत है. इससे यह भी पता चलता है कि कंपनी अपने वाहनों को अधिक आकर्षक और व्यावहारिक बनाने के लिए प्रतिस्पर्धी मूल्य निर्धारण की रणनीति पर काम कर रही है. ये फीचर्स केवल चुनिंदा वैरिएंट्स में ही उपलब्ध होंगे जो कि ग्राहकों को अपनी पसंद के अनुसार वाहन चुनने की स्वतंत्रता देता है.
सेफ्टी टेस्टिंग में परफ़ोरमेंस (Safety Testing)
ग्लोबल NCAP क्रैश टेस्ट में जहां ऑल्टो रेंज ने एक समय में जीरो स्टार स्कोर किया था वहीं नई तकनीक और सुरक्षा उपायों के साथ यह उम्मीद है कि ये वाहन बेहतर प्रदर्शन करेंगे. यह न केवल वाहन की सुरक्षा को बढ़ाएगा बल्कि ग्राहकों का विश्वास भी मजबूत करेगा.
इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी प्रोग्राम का महत्व (Importance of ESP)
इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी प्रोग्राम (ESP) एक महत्वपूर्ण सुरक्षा तकनीक है जो भारी ब्रेकिंग के दौरान वाहन को कंट्रोल में रखती है. यह सिस्टम वाहन को स्किड होने से रोकता है और उसे अपने नैचरल रूट पर बनाए रखता है. ESP यूनिट ABS, स्टेबिलिटी कंट्रोल और ट्रैक्शन कंट्रोल को एक साथ एंटीग्रेट करती है जिससे यह वाहनों के लिए और भी जरूरी हो जाता है.