महेंद्रगढ़ से आरम्भ होकर गोगामेड़ी मेले की भीड़ को सहूलीयत देने के लिए रेलवे (Railways) ने 20 अगस्त से चार विशेष रेलगाड़ियां चलाने का निर्णय लिया है। यह विशेष ट्रेन सेवाएं महज दस दिनों के लिए ही संचालित की जाएंगी जिसकी अवधि 30 अगस्त तक सीमित है। इन गाड़ियों का आरम्भ मंगलवार से हुआ है और यह संचालन का दिन है। दैनिक रेलयात्री महासंघ (Daily Rail Passengers Federation) की ओर से इन गाड़ियों के स्थाई संचालन की मांग उठाई गई है।
रेलवे द्वारा स्थापित विशेष सेवाएं
दैनिक रेलयात्री महासंघ के अध्यक्ष रामनिवास पाटोदा ने विशेषता से उल्लेखित किया कि गोगामेड़ी मेले की अपार भीड़ को देखते हुए रेवाड़ी से गोगामेड़ी तक वाया महेंद्रगढ़ चार विशेष रेलगाड़ियां (Special Trains) का संचालन किया जाएगा। इन ट्रेनों के ठहराव महेंद्रगढ़ और लुहारू स्टेशन पर भी किया जाएगा। रेवाड़ी से सुबह 6:15 बजे चलने वाली ये ट्रेनें गोगामेड़ी पहुंचने का समय 10:25 बजे होगा और वापसी में ये 10:55 बजे प्रस्थान कर 4:30 बजे रेवाड़ी स्टेशन पर पहुंचेंगी।
जाने ट्रेन का पूरा रूट
यह भी घोषित किया गया है कि दिल्ली-हिसार और हिसार-दिल्ली, रेवाड़ी-हिसार और हिसार-रेवाड़ी के बीच 20 अगस्त से 16 सितंबर तक 26 दिनों के लिए सादुलपुर (Sadulpur) तक की यात्रा की जाएगी बजाय हिसार के। इससे पूर्व मीटर गेज से ब्रॉडगेज लाइन परिवर्तन के बाद से ये रेलगाड़ियां सादुलपुर तक ही चलाई जाती थीं।
नई रेलगाड़ियों की मांग और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
महासंघ का कहना है कि दिन के समय गोगामेड़ी के लिए रेवाड़ी से श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ (Hanumangarh) तक नई रेलगाड़ी चलाने की मांग है। 2006 से पहले रेवाड़ी-हनुमानगढ़ वाया महेंद्रगढ़ रेलगाड़ियां चला करती थीं जो कि गेज परिवर्तन के बाद इस क्षेत्र के लोगों को गोगामेड़ी जाने के लिए एक मात्र सहारा दिल्ली-श्रीगंगानगर रात्रि गाड़ी रह गई है।
रेल्वे सेवा का मेले पर असर
इस विशेष रेलगाड़ी सेवा के संचालन से न केवल गोगामेड़ी मेले में आसानी से पहुंचा जा सकेगा बल्कि इससे स्थानीय व्यापार और पर्यटन को भी बल मिलेगा। यदि ये विशेष ट्रेनें स्थायी रूप से चलाई जाती हैं तो इससे क्षेत्रीय विकास को और भी गति मिलेगी।