Adani Group की चार कंपनियों के शेयर में लौटी तेजी, अडानी ग्रुप के शेयर हरे निशान में हुए बंद

Adani Group: अडाणी एंटरप्राइजेज और अडाणी पोर्ट्स समेत समूह की चार कंपनियों के शेयर शुक्रवार को तेजी के साथ बंद हुए। इससे पहले पिछले छह दिनों से अडाणी समूह की कंपनियों के शेयरों में तेज गिरावट हुई थी। भारत से लेकर पूरी दुनिया में इस वक्त सिर्फ और सिर्फ अडानी की चर्चा हो रही है। कहां तो केवल 10 दिन पहले गौतम अडानी दुनिया के चौथे सबसे अमीर आदमी थे। लेकिन अब उनकी संपत्ति रसातल में जा रही है।
अडाणी एंटरप्राइजेज का शेयर बीएसई पर 1.25 प्रतिशत की बढ़त के साथ 1,584.20 रुपये प्रति शेयर के भाव पर बंद हुआ। दिन के कारोबार में यह अपने एक साल के निचले स्तर 1,017.10 तक गिर गया था। अडाणी पोर्ट्स का शेयर वापसी करते हुए 7.98 फीसदी बढ़कर 498.85 रुपये प्रति शेयर के भाव पर पहुंच गया। दिन के कारोबार के दौरान यह 14.51 प्रतिशत तक की गिरावट के साथ अपने एक साल के निचले स्तर 394.95 रुपये पर पहुंच गया था। अंबुजा सीमेंट ने 6.03 प्रतिशत और एसीसी ने 4.39 प्रतिशत की तेजी दर्ज की।
हिंडनबर्ग से मिले झटके के बाद अडानी ग्रुप के शेयर लगातार औंधे मुंह गिरते जा रहे हैं। एक अनुमान के मुताबिक अडानी को 10 दिन में करीब 9 लाख करोड़ रुपये का घाटा हो चुका है। शुक्रवार को गौतम अडानी से जुड़ी कई बुरी खबरें आईं। लेकिन इस बीच इस अच्छी खबर ने सारा माहौल बदल दिया।
अडानी ग्रुप को इन बैंकों ने दिया कर्ज
अडानी ग्रुप की कंपनियों को एसबीआई समेत देश के कई बैंकों ने 81,200 करोड़ रुपये लोन दिया है। एसबीआई ने आरबीआई को बताया है कि उसने अडानी ग्रुप को 23000 करोड़ रुपये लोन दिया है। वहीं पंजाब नेशनल बैंक ने बताया है कि उसने अडानी ग्रुप को 7000 करोड़ का लोन दिया है। एसबीआई के चेयरमैन की ओर से कहा गया है कि अडानी ग्रुप को दिये लोन को लेकर लोगों को डरने की जरूरत नहीं है। RBI ने देश के सभी बैंकों से अडानी ग्रुप को दिए कर्ज और निवेश का ब्योरा मांगा है। हालांकि, बैंकों ने कहा है कि अडानी ग्रुप में उनका निवेश सुरक्षित है।
मूडीज का भी मूड खराब
मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस, अडानी ग्रुप को लेकर सख्त हो गई है। ‘हिंडनबर्ग रिसर्च’ की रिपोर्ट सामने आने के बाद मूडीज की नजर अडानी ग्रुप के फाइनेंशियल फ्लेक्सिबिलिटी पर है। इन्वेस्टर्स सर्विस ने शुक्रवार को कहा कि वह अडानी ग्रुप के स्टॉक मूल्यों में जारी गिरावट को देखते हुए कंपनी की नगदी की स्थिति का भी आकलन कर रही है।
मूडीज ने 3 फरवरी को कहा कि जारी घटनाओं की वजह से अडानी ग्रुप की इन्वेस्टमेंट या अगले एक-दो साल में मैच्योर हो रहे कर्ज को चुकाने की उनकी क्षमता में कमी आएगी। मूडीज ने कहा कि अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन लिमिटेड, अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड, और अडानी ट्रांसमिशन लिमिटेड के लिए उनकी रेटिंग कंपनी के कैशफ्लो और मार्केट में उसकी स्तिथि पर आधारित है।
Adani Enterprises और Adani Ports में क्यों लौटी तेजी
हाइफा पोर्ट (Haifa Port) इजराइल का सबसे बड़ा बंदरगाह है। पिछले साल अडानी पोर्ट्स ने इजराइल के गदोत ग्रुप के साथ एक कंसोर्टियम बनाकर इसे नीलामी में जीत लिया था। इस कंसोर्टियम में अडानी पोर्ट्स की 70 फीसदी हिस्सेदारी है। इसी हाइफा पोर्ट के आधिकारिक हैंडओवर के लिए मंगलवार को अडानी ने इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजमिन नेतन्याहू से मुलाकात की थी। इसके चलते निवेशकों का रुझान अडानी पोर्ट्स को लेकर पॉजिटिव दिख रहा है।