काले गेहूं की खेती करके किसान कर सकते हैं अच्छा मुनाफा, जानिए क्या हैं तरीफा

कोरोना महामारी के चलते ज्यादातर काम धंधे ठप हैं ऐसे में लोगों ने खेती की तरफ रुख किया हैं. हालाँकि खरीदार का मिलने के कारण अच्छा मुनाफा नहीं होने का दुःख भी सताता हैं. ऐसे में किसान काले गेहूं की खेती करके मोटा मुनाफा कमा सकते हैं. मार्केट में काले गेहूं की कीमत काफी अधिक हैं. कुछ समय पहले सिरसौदा गाँव एक किसान ने काले गेहूं की फसल लाखों की कमाई करके अन्य किसानों को मोटी कमाई का विकल्प दिया हैं.
साधारण गेहूं की तुलना में काला गेहूं 4 गुना अधिक रेट में बिकता है. दरअसल इसकी खेती में ज्यादा खर्चा आता हैं हालाँकि इसकी पैदावार से मोटा मुनाफा होता हैं. बाजार में काला गेहूं 7000-8000 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से बिकता हैं, जबकि नार्मल गेहूं का भाव महज 2 हजार रुपये क्विंटल है.
काले गेहूं में कई पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं इसलिए इसके शरीर को काफी फायदें भी मिलते हैं. इसमें आयरन की मात्रा काफी अधिक होती है. केला गेहूं कैंसर, ब्लड प्रेशर, मोटापा और शुगर के मरीजों के लिए वरदान माना जाता हैं. इसके आलावा इसे खाने से खून की कमी और आँखों की रौशनी भी तेज होती हैं.
एक्सपर्ट्स के मुताबिक काले गेहूं की खेती के लिए सबसे उत्तम महिना नवंबर का माना जाता हैं. दरअसल इस समय खेतों में नमी होगी जोकि काले गेहूं के लिए काफी अहम माना जाता हैं. माना ये जाता हैं कि नवंबर के बाद काले गेहूं की बुवाई की गई तो फसल की पैदावार में कमी हो सकती हैं. ऐसे में संभव हो सके तो नवम्बर में ही इसी खेती करनी चाहिए. काले गेहूं के बीज बाजार या उर्वरक सेंटर में आसानी से मिल जाते हैं.
काले गेहूं की पैदावार भी साधारण गेहूं के अपेक्षा अच्छी होती है. एक अध्ययन के अनुसार 1 बीघे में 1000 से 1200 किलो तक काला गेहूं की पैदावार की जा सकती हैं. काले गेहूं की बुवाई के लिए सीडड्रिल की मदद लेने से फायदा मिल सकता हैं, इससे ऊर्वरक और बीज की बचत होगी.