ठंड और शीतलहर से फसलों को नुकसान! पाले से बर्बाद फसलों के मुआवजे मांगने के लिए हरियाणा के किसान दे रहे धरना

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ठंड और शीतलहर से फसलों को नुकसान! पाले से बर्बाद फसलों के मुआवजे मांगने के लिए हरियाणा के किसान दे रहे धरना

पाले व ठंड से बर्बाद फसलों की विशेष गिरदावरी करवाने तथा 50 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा दिए जाने की मांग को लेकर विभिन्न किसान संगठनों व प्रभावित किसानों ने प्रदर्शन किया तथा लघु सचिवालय पहुंचकर अधिकारियों को ज्ञापन सोपे। साथ ही चेतावनी दी कि अगर किसानों को शीघ्र मुआवजा प्रदान नहीं किया तो किसान आंदोलन करने पर मजबूर होंगे।
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ठंड और शीतलहर से फसलों को नुकसान! पाले से बर्बाद फसलों के मुआवजे मांगने के लिए हरियाणा के किसान दे रहे धरना

देश के किसानों को आए दिन खेती-किसानी करने में अनेक प्रकार की कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में कभी बारिश से कभी आंधी, तूफान, ओले, बर्फबारी, बाढ़ और पाला पड़ने से फसलें बर्बाद हो जाती है। जिसके कारण किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ता हैं। लेकिन किसान भाई पहले से ही प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत फसल का बीमा करा लें तो नुकसान की भरपाई करने के लिए किसानों को बीमा की राशि प्रदान की जाती है। कृषि विशेषज्ञों द्वारा खेती किसानी करने वालों को सतर्कता एवं सावधानी बरतने की सलाह दे दी है।

भारत के विभिन्न स्थानों में फिलहाल भी प्रचंड कड़ाके की सर्दी पड़ी हुई है। हालांकि, कुछ प्रदेशों में विगत थोड़े समय से मौसम में नरमी अवश्य आई है। लेकिन विशेषज्ञों ने बताया है, कि फिलहाल फरवरी का माह चल रहा है। किसान इस धोखे में कतई ना रहें कि ठंड निकल गई हैं। किसानों को फसलों के संरक्षण हेतु सतर्क और सावधान रहने की आवश्यकता है। साथ ही, पाले से संरक्षण हेतु आवश्यक इंतजाम करते रहें। वहीं, जिन राज्यों में पाले का असर फिलहाल भी देखने को मिल रहा है। पाले के आक्रमण से फसलों की जान खतरे में आनी आरंभ हो गई है।

फसलों की विशेष गिरदावरी करवाने और प्रति एकड़ मांगा मुआवजा

अखिल भारतीय किसान सभा भिवानी जिला कमेटी ने पाले व ठंड से बर्बाद सरसों व अन्य फसलों की विशेष गिरदावरी करवाने तथा 50 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा देने की मांग काे लेकर शहर में लघु सचिवालय के बाहर प्रदर्शन किया। उन्होंने एसडीएम से मांग की है कि प्रशासनिक अधिकारी खेतों में जाकर गांव के लोगों की उपस्थिति में फसलों के नुकसान का आकलन करें। किसानों को पाले से हुए नुकसान की भरपाई के लिए मुआवजा मिलना चाहिए। इस अवसर पर कर्मबीर नांधा, पूर्व बीडीसी चेयरमैन भल्लेराम, मंगल गोपी, भाकियू जिला प्रधान हरपाल भांडवा, जिला महासचिव महेंद्र जेवली,नरेश कादयान, गिरधारी मोद मौजूद थे।

पाले से पूरी की पूरी फसल हो जाती है चौपट

भारत में इस समय सर्दियों का मौसम चल रहा है। कई इलाकों में बर्फबारी हो रही है तो कहीं शीतलहर ने जन जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। मौसम का सबसे ज्यादा असर किसानों की रबी सीजन की फसलों पर भी पड़ता है। इस मौसम में पाला पड़ने की वजह से किसानों के खेतों में पाला जम जाता है और इससे उनकी फसलों को नुकसान पहुंचाता है। कभी-कभी तो  पाले से किसान की पूरी की पूरी फसल चौपट हो जाती है। ऐसे में किसान अपनी फसल का बीमा कराकर इस नुकसान की भरपाई कर सकते हैं।

हरियाणा राज्य में बागवानी फसलों को काफी हानि

हरियाणा के रोहतक में निरंतर पड़ रहे पाले का असर फसलों पर देखने को मिल रहा है। एकमात्र कनीना में ही लगभग 52 एकड़ में उत्पादित की जाने वाली टमाटर की फसल को 60 से 90 फीसद तक हानि होने की आशंका व्यक्त की है। यहां 15 से 18 जनवरी माह तक भयंकर पाला पड़ा है। इसका प्रभाव फिलहाल टमाटर, बैंगन, आलू, मटर एवं बेल वाली सब्जियों पर दिखाई दे रहा है। यह सब्जियां आहिस्ते-आहिस्ते सूखती जा रही हैं। इसके अतिरिक्त हिसार में मटर, आलू, टमाटर की लगभग 300 एकड़ फसल पाले से प्रभावित हुई है। किसानों ने राज्य सरकार से आर्थिक सहायता की मांग व्यक्त की है। किसानों ने बताया है, कि सर्दी और पाले की वजह से मटर व टमाटर की फसल की उन्नति एवं प्रगति थम गई। इससे टमाटर की फसल उत्पादन में भारी कमी आएगी।

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में भी प्राकृतिक आपदाओं पर मिलता है क्लेम

बारिश, तापमान, पाला, नमी आदि जैसी स्थिति में किसानों की फसलों को बहुत नुकसान होता है। इससे बचाने के लिए सरकार ने किसान को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के माध्यम से बहुत कम पैसे देकर अपनी फसल का बीमा करवाने की सुविधा प्रदान करती है। बीमा कवरेज के तहत अगर बीमित फसल प्राकृतिक आपदा के कारण बेकार हो जाती है तो इसकी पूरी भरपाई का जिम्मा बीमा कंपनी का होता है। इस फसल बीमा के तहत खाद्य फसलें (अनाज, बाजरा और दालें), तिलहन और वार्षिक वाणिज्यिक / वार्षिक बागवानी आदि फसलों को कवर किया जाता है।

फसलों में हुए नुकसान को लेकर हरियाणा के किसान सड़कों पर

फसल को सर्दी और पाले से हुए भारी नुकसान से परेशान किसानों ने हरियाणा सरकार से फसल का मुआवजा देने के लिए धरना प्रदर्शन किया है। भारत के किसान विगत साल से कई सारी प्राकृतिक समस्याओं का सामना कर रहे हैं। अब अत्यधिक ठंड़ और पाले की वजह से किसानों की विभिन्न फसलें प्रभावित हो चुकी हैं। इसलिए किसान निराशा की स्थिति में सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।