मुगलों का इतिहास बहुत लंबा है और वे भारत पर कई वर्षों तक शासन करते रहे। इस दौरान कई सम्राटों ने अपनी जनता को बहुत पीटा।
मुगलों ने भारत का बहुत सारा हिस्सा लूटा और अपने महलों को धन से भर दिया। उसे सिर्फ पैसे की परवाह थी, लोगों की नहीं। ऐसे में उन्होंने भारतीयों को ही लूटा।मुगलों के खजाने का राज था भारतीयों को लूटना। तो चलो जानते हैं कि मुगलों इतना धन कहा से लाया था-
भारतीय जनता से लूटा गया धन ही मुगलों के पास था, लेकिन मुगलों के पास और भी कमाई थी। मुगल राजस्व कुछ अलग था। भारत लंबे समय तक मुगलों और अंग्रेजों के अधीन था।
ऐसे में, उन्होंने उपज पर कर देने वाले किसानों को अपना मुख्य लक्ष्य बनाया। लेकिन मुगल बादशाहों पर अलग-अलग कर लगाए गए थे। कुछ लोग आधा कर वसूलते थे और कुछ एक तिहाई।
इस काम से वे लाखों करोड़ों रुपए कमाते थे
इसके अलावा, जिहात, फुरूअत और सरजीहाट का भू-राजस्व कर 25% था। मुगल काल में उनकी आय का सबसे बड़ा स्रोत सामान का निर्यात था। मुगलों को इससे काफी धन मिला।
इस दौरान भारत का विश्व की जीडीपी में 25 प्रतिशत का योगदान था। इस खजाने को मुगलों ने भारत में बनाया, जो आज भी इतिहास में प्रसिद्ध हैं।