चरित्रहीन औरतों की होती ये खास पहचान, भूलकर भी ना करें नजर-अंदाज, हो सकता है बड़ा नुकसान

Chanakya Niti: आचार्य का मानना था कि चरित्र ही व्यक्ति का वास्तविक धन है। अगर यह नहीं है, तो व्यक्ति पर कुछ भी नहीं रहता है। इसलिए अपने चरित्र की रक्षा करें जैसे एक व्यापारी पैसे की रक्षा करता है। चरित्र विहीन व्यक्ति स्वार्थी हो जाता है, झूठ बोलने लगता है, धन की बर्बादी करता है और धीरे-धीरे वह खुद ही बर्बाद हो जाता है।
आचार्य कहते थे कि यदि जीवन की वास्तविकता को समझना है तो भोगी नहीं योगी बनो। भोग की आदत आप में लालच को जन्म देती है और आपको जीवन की वास्तविकता से दूर कर देती है।
जबकि योगी सब कुछ खोकर भी सुख से जीवन व्यतीत करता है, अनुशासन से रहता है, अपने कार्यों को धैर्य और संयम से पूरा करता है और बहुत नाम और प्रसिद्धि अर्जित करने के बाद भी उसे खुद पर हावी नहीं होने देता है। ऐसे व्यक्ति का चरित्र बहुत ही महनतम हो जाता है।
Chanakya Niti के महिलाओं के लिए तीन उपदेश
1. स्त्री के संबंध में आचार्य कहते थे कि स्त्री के सौंदर्य से अधिक स्त्री के गुण अधिक महत्वपूर्ण होते हैं, क्योंकि वह सब कुछ रच और नष्ट कर सकती है। इसलिए शादी से पहले हमेशा उसके गुणों पर ध्यान दें और तभी शादी करें जब वह अपनी मर्जी से इसके लिए राजी हो।
- चाणक्य का कहना है कि अगर कोई महिला आपसे बहुत प्यार करती है, आपकी परवाह करती है, तो उसे कभी भी अपना साथ नहीं छोड़ना चाहिए। भविष्य में अगर वह महिला झगड़ा भी कर ले तो उसे तलाक दकर छोड़ना नहीं चाहिए क्योंकि वह हमेशा आपकी चिंता और परवाह करेगी।
- जिस महिला से आप शादी करने जा रहे हैं, तो एक बार देख लें कि वह महिला धार्मिक कार्यों में विश्वास करती है या नहीं। ऐसी महिला आपको कभी अपहानी नहीं पहुंचाएगी और आपके फैमिली के लिए बढ़िया साबित होगी। चाणक्य नीति के अनुसार चरित्रहीन महिला की पहचान उनके चरित्र पर कभी भरोसा नहीं किया जा सकता।
जिस महिला का पिछला पैर बहुत मोटा होता है, ऐसी महिलाएं घर के लिए अशुभ मानी जाती हैं। इसके विपरीत यदि पैर का पिछला हिस्सा बहुत पतला या सूखा हो तो ऐसी महिलाओं को अपने जीवन में तरह-तरह के दर्द का सामना करना पड़ता है।