दोस्तों 90 के दशक से चला आ रहा पारले जी बिस्किट आज भी लोगों की पहली पसंद बना हुआ है। पारले जी बिस्किट एक ऐसा बिस्किट था जो हर घर में और हर उम्र के लोगों के द्वारा खाया जाता था और इसे हर उम्र के लोग पसंद किया करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं पारले जी बिस्किट के कांवर पर दिखाई जाने वाली लड़की की तस्वीर आखिर किसकी है? इस लेख में हम आपको इसी बच्ची के बारे में बताने जा रहे हैं।
पारले जी वाली लड़की दिखती है अब ऐसी
दोस्तों पारले एक विदेशी कंपनी थी और साल 1929 में इन्होंने भारत में पारले बिस्किट बनाना शुरू किया था। उस समय यह बिस्किट पारले ग्लूको नाम से ही लांच किए गए थे और साल 1980 तक इसका नाम यही था। साल 1980 के बाद इस बिस्किट का नाम parle-g रखा गया या नहीं जी माने जीनियस। वहीं से इस बिस्किट ने मार्केट में अपनी अलग पहचान बनाई और हर घर तक पहुंचने में कामयाब रहा।
इसी बीच एक शख्स ने अपनी 4 साल की बच्ची की एक तस्वीर खींची थी। उस समय वह काफी ज्यादा प्रोफेशनल फोटोग्राफर के द्वारा ली गई तस्वीर नहीं थी बल्कि उस पिता ने ऐसे ही अपनी बच्ची की तस्वीर अपने कैमरे में कैद की थी। उस बच्ची का नाम था नीरू देशपांडे। नीरू देशपांडे नाम के उस बच्ची के पिता का संपर्क पारले जी कंपनी के किसी व्यक्ति के साथ था और उन्होंने वह तस्वीर उन्हें दी थी।
वह तस्वीर पारले जी बिस्किट के मैनेजमेंट वालों को इतनी पसंद आई कि उन्होंने उसे तस्वीर को पारले जी के कवर पर छाप दिया। हालांकि अब नीरू देशपांडे काफी बूढ़ी हो चुकी है और उनकी उम्र 62 वर्ष हो चुकी है। लेकिन कुछ लोग इस बात को भ्रम समझते हैं। क्योंकि पार्ले कंपनी के प्रोडक्ट मैनेजर महिंद्र जैन का कहना था कि यह तस्वीर किसी असली लड़की की नहीं बल्कि एक एनिमेटेड तस्वीर है। इस तस्वीर को मगनलाल दहिया नाम के एक व्यक्ति ने 60 के दशक में बनाया था। इसलिए इस बात को लेकर अभी भी कोई पुख्ता सबूत नहीं है कि आखिर यह लड़की कौन है।