
ब्रिटेन के ब्रिस्टल बायो ऑर्गेनिक रिसर्च सेंटर ने एक बहुत ही अनोखा आविष्कार किया है। वहां के वैज्ञानिकों ने पेशाब से बिजली पैदा करके दिखाई है। जी हां दोस्तों हैं इस बात को सुनकर शायद आपको विश्वास नहीं हो रहा होगा परंतु ब्रिटेन के ब्रिस्टल बायो ऑर्गेनिक रिसर्च सेंटर ने यह कमाल करके दिखाया है। उन्होंने बताया कि इस बिजली का प्रयोग हर घर में किया जा सकता है और हर घर में निकलने वाली यूरिन के दम पर यह बिजली पैदा की जा सकती है।
वैज्ञानिकों ने यह प्रयोग 2 साल पहले ही शुरू कर दिया था जिसके बाद अब जाकर वैज्ञानिकों को कामयाबी मिली है। ब्रिटेन में आयोजित एक फेस्टिवल में लगातार पांच दिनों तक चली रिसर्च के बाद वैज्ञानिकों ने यह कमाल करके दिखाया है। वैज्ञानिकों ने फेस्टिवल में आए सभी लोगों का यूरिन 5 दिनों तक इकट्ठा किया और उस यूरिन से 300 वाट बिजली पैदा करके दिखाई। वैज्ञानिकों के द्वारा इस प्रकार से बिजली उत्पादन किए जाने को लेकर हर कोई वैज्ञानिकों की तारीफ करने लगा।
बता दें कि वैज्ञानिकों के अनुसार प्रति व्यक्ति दिन में करीब ढाई लीटर पेशाब करता है और अगर घर में 4 मेंबर है तो एक घर से प्रतिदिन 10 लिटर यूरिन निकल सकता है जिससे इतनी बिजली उत्पादन की जा सकती है कि वह अपने घर का मोबाइल चार्जिंग से लेकर लाइट और फैन भी उस बिजली के आधार पर चला सकता है। ऐसे में आज के समय में वैज्ञानिकों के द्वारा बिजली उत्पादन के लिए एक अन्य नैसर्गिक रिपोर्ट दुनिया के सामने प्रस्तुत किया गया है।
वैज्ञानिकों ने इस प्रकार से बिजली पैदा करने के लिए माइक्रोब्स का उपयोग किया। माइक्रोब्स जंतु होते हैं जो आंखों से दिखाई नहीं देते परंतु वह बिजली उत्पादन कर सकते हैं। यह जंतु पेशाब में के तत्व को खाकर और मानव अपशिष्ट को पचाकर उस से बिजली उत्पादन करते हैं। पेशाब में से बिजली उत्पादन हो जाने के बाद बचे हुए पानी को खाद के रूप में उपयोग में लाया जा सकता है। ऐसे में वैज्ञानिकों का किया गया यह अविष्कार सभी दिशाओं से उपयुक्त साबित हो रहा है।