भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली के कप्तानी के दौरान कई खिलाड़ी ऐसे भी है, जो आज एक बड़े सितारे बन चुके है तो दूसरी ही तरफ कुछ ऐसे भी खिलाड़ी है जिन्हे कप्तान विराट कोहली का साथ ना मिलने की वजह से उनका करियर तक समाप्त हो गया है।
आज हम ऐसे ही कुछ प्लेयर्स के बारे में आपको बताने जा रहे हैं।
हनुमान वीहारी
भारतीय क्रिकेट टीम में टेस्ट स्पेशलिस्ट हनुमान वीहारी को भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली की कप्तानी में कुछ ही मैच खेलने का मौका मिल पाया है। हनुमान वीहारी को न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए मैच रेड बॉल सीरीज में भी खेलने का मौका नहीं मिल पाया, इनकी जगह दूसरे प्लेयर श्रेयस अय्यर को खेलने का मौका दिया गया था। सबसे हैरानी की बात तो यह है, कि सिडनी में खेले गए टेस्ट मैच के बाद से हनुमान वीहारी को अब तक सिर्फ एक ही टेस्ट मैच खेलने का मौका मिल पाया है।
सूर्य कुमार यादव
क्रिकेट प्लेयर सूर्य कुमार यादव को भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली की कप्तानी में हर बार इंटरनेशनल खेलों के लिए नजरअंदाज ही कर दिया जा रहा है। सूर्यकुमार यादव ने अपने खेल का शानदार प्रदर्शन पिछले साल हुए इंडियन प्रीमियर लीग आईपीएल के मैच में दिखा दिया था। आईपीएल में सूर्य कुमार यादव के खेल के शानदार प्रदर्शन के देख कर ही उन्हें इतनी कम उम्र में ही वनडे और T20 जैसे इंटरनेशनल खेलों के लिए चुना गया था। हालांकि इन्हे अपना प्रदर्शन दिखाने का अभी तक कोई भी मौका नहीं मिल पाया है परंतु हम उम्मीद करते हैं कि भविष्य में इन्हें ऐसे कई सारे मौके मिलेंगे।
अंबाती रायडू
क्रिकेट प्लेयर अंबाती रायडू का नाम उन खिलाड़ियों की लिस्ट में शामिल है। जिनके हुनर को पूरा सम्मान नहीं मिल पाया है। साल 2019 में हुए विश्वकप खेल में अंबाती रायडू को बैटिंग के लिए चौथे नंबर पर बताया जा रहा था परंतु खेल में अंबाती रायडू की जगह चौथे नंबर पर दूसरे प्लेयर विजय शंकर जो कि ऑलराउंडर है उन्हें चुना गया।
ICC टूर्नामेंट खेल के दौरान जब शिखर धवन एवं विजय शंकर चोटिल हो गए थे, उस वक्त भी अंबाती रायडू को खेलने का मौका नहीं दिया गया था। बाद में इन्हें हार मान कर इंडियन इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहना पड़ गया परंतु यदि कप्तान विराट कोहली इस प्लेयर को सपोर्ट करते तो इनका कैरियर इतना जल्दी समाप्त नहीं होता।
करुण नायर
क्रिकेट करुण नायर दूसरे ऐसे क्रिकेटर हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट लगातार ट्रिपल सेंचुरी लगाई है। करुण नायर ने यह सेंचुरी वर्ष 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए टेस्ट मैच के दौरान लगाया था। इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए टेस्ट मैच के बाद करुण नायर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए चार पारियों में भी नजर आए थे परंतु इसके बाद करुण नायर को दोबारा कभी भी इंटरनेशनल खेलों में नहीं देखा गया ऐसे टैलेंट से भरे खिलाड़ियों को इंटरनेशनल खेलों में मौका नहीं देना कप्तान विराट कोहली का एक गलत फैसला है।
रविचंद्रन अश्विन
साल 2017 में रविचंद्रन अश्विन को लिमिटेड को वर्क क्रिकेट से साइड लाइन कर दिया गया था और यह तब हुआ जब विराट कोहली ऑल फॉरमैट कैप्टन बने थे। उन्हें ज्यादातर आराम दिया जाने लगा था ताकि वह टेस्ट के लिए बेहतर रहे और उनकी जगह कुलदीप यादव और यूज़वेंद्र चहल को टीम में मौका दिया जाने लगा, जिससे वह टीम में जम गए।
जिसके बाद साल 2019 में होने वाले वर्ल्ड कप में अश्विन को नहीं चुना गया लेकिन अचानक ही पिछले साल T20 वर्ल्ड कप के दौरान उनकी वापसी हुई और वह भी इस वजह से क्योंकि वॉशिंगटन सुंदर चोटीले हो गए थे। हालांकि अब अश्विन वनडे टीम में वापस आ गए हैं और ऐसी उम्मीद की जा रही है, कि वह साल 2023 के वर्ल्ड कप में भी नजर आएंगे।