विभिन्न कारक इंटरनेट की स्पीड को प्रभावित करते हैं। फिर, प्रत्येक देश की इंटरनेट स्पीड औसत है, जो उपयोग की गई तकनीक और बुनियादी ढांचे पर निर्भर करती है।
लेकिन आज ब्रॉडबैंड तकनीक ही विश्व का सबसे बड़ा इंटरनेट प्रदान कर सकती है। दुनिया भर में कई संस्थाएं हैं जो कई देशों में इंटरनेट की गति का आंकलन करते हैं।
ऐसे ही एक आंकलन में दुनिया में इंटरनेट की सबसे तेज और सबसे धीमी गति की गणना की गई है। भारत शीर्ष 50 में नहीं है, लेकिन शीर्ष 100 में है।
बड़े आकार वाले देश शीर्ष में नहीं
कम्पैरिजन साइट केबल और एनालिस्ट फर्म एमलैब ने हाल ही में अपनी वार्षिक 2023 ग्लोबल ब्रॉडबैंड आइएसपी स्पीड रिपोर्ट जारी की है। इसमें देखा गया है कि दुनिया में सबसे तेज इंटरनेट सुविधा देने वालों में बड़े देशों का नाम नहीं है। इस सूची में, जैसा कि पहले कहा गया है, यूरोप और विकसित देशों का बहुमत है।
बढ़ा पिछले साल की तुलना में औसत
इसमें शोधकर्ताओं ने 1.3 अरब स्पीड टेस्ट से मिली जानकारी के आधार पर 220 देशों का अध्ययन किया है। ये परीक्षण एक जुलाई 2022 से 30 जून 2023 तक हुए।
इस वर्ष विश्वव्यापी ब्रॉडबैंड डाउनलोड स्पीड 45.60 मेगाबाइट्स प्रति सेकेंड, यानी एमबीपीएस थी, जबकि पिछले साल यह 34.78 मेगाबाइट्स प्रति सेकेंड थी।
टॉप पर कौन सा देश है
जर्सी, फ्रांस और इंग्लैंड के बीच में एक द्वीप देश, इस सूची में सबसे तेजी से इंटरनेट सेवा देने वाले देशों में शामिल है। यह यूके का नहीं है, लेकिन क्राउन पर निर्भर है। इसमें विधायी, प्रशासनिक और आर्थिक प्रणाली हैं। जर्सी में इंटरनेट गति 264.52 MB/s है।