
दोस्तों हर किसी के जीवन में ऐसा दिन आता है जब उसको हर चीज़ का त्याग करना पड़ता है ,क्योकि दुनिया में ऐसा कोई नहीं है जिसको अपनी जिंदगी में संगर्ष न करना पड़ता हो .किसी विचारक आदमी ने कहा है की अगर कोई भी चीज़ आसानी से मिल जाये तो उस चीज़ के मिलने का मजा ही नहीं आता यानी की अगर जीवन में संगर्ष ही नहीं है तो उस जीवन में मजा ही नहीं है .आज हम आपको एक ऐसे आदमी के बारे में बताने जा रहे है जिन्होंने बचपन ने अपना घर चलाने के लिए कमाना शुरू कर दिया था और यहा तक की अपनी पड़ाई भी छोड़ दी थी .
बचपन में ही उठ गया था पिता का साया
जब घर में पिता का साया उठ जाता है किसी का भी तो किसी न किसी को घर चलाने के लिए कमाना तो पड़ता है ,आपको बता दे की जिनकी हम बात कर रहे है उनके पिता का साया बचपन में ही उठ गया था और फिर इन्होने पड़ाई छोड़ कर मछली बेच कर कमाई शुरू कर दी .लेकिन आज देख लीजिये ये मछली के काम में कम से कम 40 लाख रूपए सालाना कमा लेते है ये व्यक्ति ,लेकिन इन्होने ये मुकाम हासिल करने के लिए बहुत ही ज्यादा मेहनत की है .
बचपन में माँ धोती थी दुसरो के बर्तन
आज हम जिसकी काहानी आपको सुनाने जा रहे है वो बठिंडा पंजाब के रहने वाले राजवीर सिंह है ,बचपन से ही राजवीर पड़ाई में बहुत ही ज्यादा होशियार थे और उनके घर वालो ने उनको आगे की पडाने की भी सोची लेकिन जो परमात्मा को मंजूर होता है वोही होता है .क्योकि जब वो 8 साल के थे तभी उनके पिता का स्वर्गवास हो गया था ,राजवीर के पिता का स्वर्गवास होने पर घर में मुसीबतों का अम्बार लग गया था और उनकी माँ पर सारी जिमीवारी आ गयी थी घर चलाने की .
उसके बाद राजवीर की माँ घर घर जाके काम करती और उन्होंने जैसे तैसे राजवीर को 10 क्लास तक पदाया लेकिन उसके बाद राजवीर की माँ की तबियत ख़राब रहने लगी तो राजवीर ने बीच में ही स्कूल छोड़ दिया और अपने घर को चलाने का जिम्मा लिया .इसके बाद उन्होंने मछली पकड़ने का काम शुरू कर दिया ,और आज वो दुसरो के लिए मिसाल है क्योकि उन्होंने कम उम्र में ही अपने परिवार के लिए अपनी खुशियों का बलिदान दे दिया .
राजवीर ने मछली पकड़ने के काम में बहुत ही ज्यादा मेहनत की और आज उनके पास 4 एकड़ का तालाब है जिसमे वो मछली पालते है और इस से उनकी सलाना कमाई 40 लाख रुपये की होती है .दोस्तों अगर आप भी मेहनत से काम करे तो आप भी इस लक्ष्य को आसानी से पा सकते है .