
अगर कोई आपसे पूछे की कार्डबोर्ड शीटों के साथ क्या कर सकते हैं. जिनका उपयोग अधिकांश ई-कॉमर्स कंपनियों द्वारा पैकेजिंग के लिए किया जाता है? आप उन्हें अटारी में छिपाने के लिए कुछ पैक करने के लिए फिर से उपयोग कर सकते हैं. इसे अपने बच्चे के स्कूल प्रोजेक्ट के लिए उपयोग कर सकते हैं या आप अपने ड्राइंग रूम के लिए सोफा बना सकते हैं, सुनने में ये अजीब हैं लेकिन ऐसा हो सकता हैं.
पिछले सात वर्षों से बंदना जैन कार्डबोर्ड शीट का उपयोग करके सोफा, बेंच, भित्ति चित्र, मूर्तियां और बहुत कुछ बना रही हैं. जो घर या ऑफिस की सुंदरता में स्थिरता और स्थायित्व को जोड़ती है. उनकी कलाकृतियां भारत के कुछ प्रमुख सार्वजनिक स्थानों, हवाई अड्डों के अलावा कार्यालयों और घरों को खुबसूरत बना रही हैं.
बंदना का कहना कि मेरे लिए ये विश्व कैनवास की तरह है. मैं अपने आस-पड़ोस की चीजों को विजुअलाइज करती हूँ. उनकी मेकिंग प्रक्रिया को समझती हूँ. फिर उस पर काम करना शुरू करती हूँ.
होनहार लड़की बंदना बिहार के ठाकुरगंज से हैं. मारवाड़ी परिवार से संबंध रखने वाली इस लड़की के घर में बाहर रहकर पढाई करने भी अनुमति नहीं थी. लेकिन उन्होंने जिद पकड़कर मुंबई के जेजे स्कूल ऑफ आर्ट में एडमिशन लिया. उनके मन में आर्ट को लेकर हमेशा काफी रूचि रही हैं. इसलिए उन्होंने क्रिएटिव आर्ट में ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की.
2012 में ग्रेजुएशन करने के बाद बंदना ने मुंबई में नया घर लिया था हालाँकि इस घर में स्पेस कम था. यही वो समय था जब उनके दिमाग में कार्डबोर्ड से अपनी कला दिखाने का आईडिया दिमाग में आया और फिर उन्होंने कार्डबोर्ड से एक सोफे सेट तैयार कर डाला. सोफे तैयार होने के बाद बंदना खुद उस प्रोजेक्ट पर भरोसा नहीं कर पाई थी और बार-बार मजबूती को चेक करती रही.
अगले साल 2013 में बंदना ने घर से ही बिजनेस शुरू कर दिया. इस दौरान उन्होंने रिसर्च और एक्सपेरिमेंट करना जारी रखा. उनके बनाए आर्ट वर्क को उनके रिश्तेदारों और दोस्तों को भी बेहद पसंद कर रहे थे, जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ा.
काम शुरू करने के दौरान एक समस्या ये भी कि आर्ट वर्क की कीमत निर्धारित कैसी होगी और कौन उसे खरीदेगा, इसकी जानकारी लोगों तक लेकर जायेगा?. लगातार स्टडी और मार्केट रिसर्च के बाद उन्हें सफलता हाथ लगी. उन्होंने एक प्रदर्शनी में अपने आर्ट को लोगों को दिखाया जोकि लोगों ने काफी सराहा और उन्हें मोटी कमाई भी हुई. जिसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा.
बंदना अपने प्रोडक्ट की ब्रांड टू ब्रांड (B2B) और ब्रांड टू कस्टमर (B2C) दोनों ही सतर पर मार्केटिंग करती हैं जबकि कई बड़ी कंपनियों के साथ भी उनका टाइअप है, जिसके लिए वह खुबसूरत फर्नीचर और क्रिएटिव आर्ट बनाती हैं. उनके प्रोडक्ट की शानदार क्वालिटी और खुबसूरत लुक के कारण बाजार में मांग काफी बढ़ गई हैं. कई बड़ी कंपनियों उनके प्रोडक्ट को लाखों में खरीदकर भारत के बाहर भी भेजती हैं.