
महिला के कई रूप है है कभी तो वो माँ बन कर फर्ज़ निभाती है तो कभी वो पत्नी बन कर अपना फर्ज़ निभाती है ,एक अकेली महिला पर कई जिम्मेदारी होती है और अगर ऊपर से पति की मृत्यु हो जाये तो घर की और बच्चो की जिमेदारी भी उस पर आ जाती है .लेकिन फिर भी वो हिम्मत नहीं हारती और घर की और बहार की जिमेदारी बखूभी निभाती है .
आज हम जिसके बारे में हम आपको बताने जा रहे है उसका नाम है 33 वर्षीय संध्या जो की 50 आदमियों में अकेली महिला कुली है ,अक्सर लोग महिला कुली को देख कर तरह तरह की बाते बनाते है पर संध्या सब बातो को एक किनारे कर अपना काम बहुत ही जिमेदारी से करती है .वो कहती है भले भी ज़िन्दगी ने मेरे सपने तोड़ दिए है पर वो मेरी हिम्मत नहीं तोड़ पाएंगी ज़िन्दगी ने मेरा हमसफ़र चाहे छीन लिया हो लेकिन में फिर भी अपने बच्चो को अच्छी शिक्षा दूंगी और अपने बच्चो को फोज में बड़ा अफसर भी बनाउंगी .वो कहती है में कुली नंबर 36 हु और इज्ज़त का खाती हु किसी के आगे हाथ नहीं फैलाती हु .आप इनकी बातो से ये समझ ही गए होगे की वो कितनी स्वाभिमानी है और वो किसी के आगे हाथ नहीं फैलाती इसके लिए चाहे उनको कितनी भी मेहनत क्यों न करनी पड़ती हो .
मध्य प्रदेश के एक स्टेशन पर है ये कुली
संध्या के बारे में बताये तो वो मध्या प्रदेश के कटना स्टेशन पर कुली का काम करती है उनके ऊपर एक सास और तीन बच्चो के पालन पोषण का भोझ है इसलिए वो कुली बन कर लोगो का बोझ उठाती है .वो अपना काम ऐसे ही नहीं करती बल्कि उन्होंने स्टेशन पर अपने नाम का कुली का लाइसेंस भी बनवा रखा है .जब वो रेलवे स्टेशन पर लोगो का बोझा उठा कर चलती है तो लोग एक महिला कुली को देख कर हैरान जरूर होते है लेकिन साथ ही साथ लोग उनकी हिम्मत की दाद देते है .
कुली नंबर 36 उनका बैच है और उनका पूरा नाम संध्या मरावी है संध्या ये काम 2017 से कर रही है ,पति की मृत्यु होने के बाद उन्होंने ये काम करना शुरू किया .वो कहती है की ये काम उन्होंने मजबूरी में करना पड़ रहा है क्योकि घर में कोई कमाने वाला नहीं है और उनको अपने तीन बच्चे और सास को पालना है .
कैसे बनी वो कुली
वो बताती है की उनके पति की उम्र 30 साल थी जब उनके पति चल बसे थे उनके पति मजदूरी करके घर का खर्चा चलाते थे ,लेकिन उनके जाने के बाद घर की सारी जिमेदारी उन पर आ गयी .वो अपने पति के जाने के बाद काम की तलाश कर रही थी की तभी किसी ने बताया की कटना रेलवे स्टेशन पर एक कुली की जरूरत है बस फिर क्या था उन्होंने ये कुली का काम पकड़ लिया .और इस काम से वो अपने घर की रोजी रोटी चलाती है और अपने बच्चो को पालती है .