वर्तमान में मंडी में सब्जियों की कीमतें भारी हैं, इसलिए दिवाली में अधिकांश लोगों की थाली से स्वादिष्ट और लज़ीज़ भोजन गायब हो सकता है। धनिया, मिर्च, लहसुन और प्याज के रेट बढ़े हुए हैं। प्याज ने तो लोगों को रुला दिया है। इस समय यूपी की मंडी में प्याज 70-80 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। जिसके दाम कुछ दिन पहले 20 से 30 रुपये प्रति किलो था। वहीं प्याज को लेकर ऐसी संभावनाएं हैं कि दिवाली पर्व में यह 100 रुपये किलो पर दिखाई देगा। हरी सब्जियां भी 40 रुपये प्रति किलो चाहिए।
पहले इतने रुपये में मिल जाती थी दो दिन की सब्जियां
राजधानी लखनऊ में भी सब्जी रेटों का यही हाल है। यहां भी अधिकांश मण्डी सब्जियों के भाव में तेज़ी आती दिख रही हैं। लोग इससे परेशान हैं। लोग पहले से ही त्योहारी सीजन में बढ़े हुए बजट से परेशान हैं, और सब्जियों की कीमतों ने भी लोगों को परेशान कर दिया है।
मंडी में महंगी सब्जियों को कोई नहीं खाता। अब लोगों को 200 से 300 रुपये खर्च करना पड़ा है, जबकि पहले 100 रुपये में दो से तीन दिन की सब्जी मिल जाती थी. इसका कारण यह है कि अधिकांश सब्जियां (आलू, टमाटर, प्याज और हरी सब्जियां) महंगी हैं।
लखनऊ में सब्जी के भाव
सब्जी के भाव—-खुदरा भाव प्रतिकिलो
परवल-80 रुपए किलो
नींबू 80 रुपए किलो
प्याज-70 रुपए किलो
शिमला-70 रुपये किलो
लहसुन—200 रुपए किलो
अदरक-150 रुपए किलो
हरी मिर्च-80 रुपये किलो
कटहल 70 रुपये किलो
गाजर 60 रुपये किलो
धनिया 50 रुपये किलो
तरोई 45 रुपए किलो
घुइंया-40 रुपये किलो
टमाटर-40 रुपए किलो
खीरा-40 रुपये किलो
करेला-30 रुपये किलो
कद्दू-30 रुपये किलो
आलू नया-30 रुपये किलो
आलू पुराना-30 रुपये किलो
पालक- 25 रुपए किलो
भिंडी-30 रुपये किलो
फूलगोभी-30रुपये पीस
बैंगन-30 रुपये किलो
लौकी-30 रुपये किलो
सब्जी के दाम पर लोगों को बयान
लखनऊ में सब्जी खरीदने वाले एक व्यक्ति का कहना है कि बारिश का दौर खत्म हो चुका है। यद्यपि सर्दियों की शुरुआत हो चुकी है, इसके प्रभाव कम नहीं हो रहे हैं। ठंड में हरी सब्जियां बहुत महंगी हैं। इसलिए इनकों खरीदने में हर किसी का बजट बिगड़ रहा है।
महंगाई ने घर का बजट खराब कर दिया है। वर्तमान में बहुत सी सब्जी 30 से 40 रुपये से कम में नहीं मिलती। ऊपर से प्याज प्रति किलो 70 रुपये है। यही बात मंडी में आए अन्य लोगों की भी थी।