टिकट ना मिलने पर रेल के इस नियम का फायदा उठाकर यात्रा कर अपने घर जा रहे लोग

दीपावली का त्यौहार चला गया है और त्यौहार जाने के साथ ही सभी लोग अपने अपने घर वापस लौट आ रहे हैं। ट्रेनों से यात्रा करने वाले लोगों की संख्या इतनी अधिक बढ़ चुकी है कि लोगों को स्लीपर कोच से लेकर सामान्य श्रेणी के कोच तक में जगह नहीं मिल रही है। जिसके कारण यात्रा करने के लिए और अपने घर वापस जाने के लिए लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में लोगों ने ट्रेन से प्रवास करने के लिए एक अनोखा तरीका ढूंढ निकाला है।
बुधवार को ट्रेन की सिथति दिल्ली से कानपुर
ट्रेन से अपने घर की ओर वापस लौटने वाले लोगों की संख्या में दिल्ली मुंबई और गुजरात से लौटने वाले मजदूरों और नौकरी पेशा लोगों की ही है। टिकट ना मिल पाने के कारण लोग अधिक पैसे देकर भी अपने घर पहुंचना चाहते हैं। ऐसे में लोग रेलवे के बनाए हुए एक नियम का ही उपयोग करके स्लीपर कोच से यात्रा करने लगे हैं। दरअसल रेलवे का यह नियम है कि यदि आप बिना टिकट स्लीपर कोच से सफर कर रहे हैं तो आपको टिकट निरीक्षक के द्वारा अतिरिक्त जुर्माना लगाकर और टिकट के पैसे वसूलते हुए नया टिकट बना दिया जाता है जिसके बाद आप अपने गंतव्य तक पहुंच सकते हो।
लोगों के द्वारा इसी नियम का दुरुपयोग करते हुए रेलवे के स्लीपर कोच से यात्रा की जा रही है। हालांकि इस प्रकार भी यात्रा करने के लिए उसे ट्रेन में सीट खाली होना जरूरी है। क्योंकि तभी टिकट निरीक्षक आपको नया टिकट बना कर दे सकेगा। परंतु इन सारी बातों की चिंता किए बिना लॉक इतनी भीड़ में भी यात्रा करते हुए अपने गंतव्य तक पहुंचना चाहते हैं।
क्या है रेलवे के नियम
रेलवे के द्वारा बनाए गए नियमों के अनुसार यदि आप स्लीपर कोच से बिना आरक्षण किए सफर कर रहे हैं तो आपको टिकट निरीक्षक को 250 जुर्माना देना होगा और इसके साथ ही टिकट के पैसे भी देने होंगे जिसके बाद टिकट निरीक्षक आपको आपके गंतव्य तक पहुंचने के लिए नया टिकट बना कर देगा।
अगर आप तीसरी श्रेणी के एसी कोच से सफर कर रहे हैं तो आपको ₹430 अतिरिक्त जुर्माना देकर टिकट के पैसे चुकाने होंगे जिसके बाद टिकट निरीक्षक आपको आपके गंतव्य तक पहुंचने का टिकट बना कर देगा और आप सफर कर पाएंगे।
यदि आप द्वितीय श्रेणी के एसी कोच में सफर कर रहे हैं और आपके पास सीट का आरक्षण नहीं है तो आपको ₹670 अतिरिक्त जुर्माना देकर टिकट के भी पूरे पैसे देने होंगे जिसके बाद टिकट निरीक्षक आपको आपके गंदा को तक पहुंचने का टिकट बना कर देगा।
अगर आप प्रथम श्रेणी एसी कोच से सफर कर रहे हैं और आपके पास में सीट का आरक्षण नहीं है तो आपको 1120 रुपए जुर्माना देकर टिकट के भी पैसे चुकाने होंगे जिसके बाद आपको टिकट निरीक्षक सीट का रिजर्वेशन कर देगा और आप आपके गंतव्य तक सुखरूप यात्रा कर सकोगे।