हरियाणा में ठंड के महीने भर के सत्र के बाद, अब बारिश ने मौसम में एक नया मोड़ लाया है। कल से शुरू हुई बारिश ने आज भी अपना असर दिखाया। मौसम विज्ञानीयों के अनुसार, 30-40 किमी/घंटा की गति से चलने वाली हवाओं के साथ, 2 फरवरी को धुंध रहने की संभावना है। 3 और 4 फरवरी को फिर से बारिश की संभावना बताई जा रही है।
जिलों में ऑरेंज अलर्ट और प्रभावित फसलें
मौसम विभाग द्वारा हरियाणा के 11 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसमें पंचकूला, सिरसा, कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, अंबाला, यमुनानगर, जींद, फतेहाबाद, सोनीपत, पानीपत शामिल हैं। तेज हवाओं और बारिश के कारण फसलों पर भी असर पड़ सकता है।
जनवरी का महीना और बारिश का रिकॉर्ड
इस साल जनवरी में पिछले 14 वर्षों में सबसे कम बारिश दर्ज की गई है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि यह दुर्लभ मौसमी परिवर्तन है। 2016 के बाद, इस साल जनवरी में बारिश कम रही है। इसके कारण फसलों को भी फायदा हुआ है।
फसलों पर बारिश का सकारात्मक प्रभाव
हरियाणा में हुई बारिश ने सरसों और गेहूं जैसी फसलों को लाभ पहुंचाया है। जनवरी के महीने में आमतौर पर कम बारिश होने के बावजूद, इस साल की बारिश ने कृषि क्षेत्र को फायदा पहुंचाया है।
सरकारी निर्देश और अस्थायी मान्यता
इस मौसमी परिवर्तन के बीच, सरकार ने हरियाणा के निजी स्कूलों को अस्थायी मान्यता और आश्वासन फीस के संदर्भ में निर्देश जारी किए हैं। यह निर्देश छात्रों के हित में दिया गया है, ताकि उनकी पढ़ाई प्रभावित न हो।